नए iPhone लॉन्च होने के बाद पुराने iPhone की कीमतें कम हो जाती है, और जो लोग iPhone चलाने का सपना पूरा करना चाहते हैं, दुकानों से सेकंड हैंड iPhone खरीद लेते हैं। यदि आप इस लेख को पढ़ रहे हैं, तो आप भी अपने लिए एक सेकंड हैंड iPhone ही लेना चाहते होंगे, लेकिन आप जल्द बाजी में ये चेक करना भूल जाते हैं, कि उस iPhone में किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है, क्योंकि हमें iPhone का नोलेज थोड़ा कम होता है। इस लेख में हमनें बताया है, कि सेकंड हैंड iPhone लेते समय किन बातों का ध्यान रखें, जिससे सामने वाला हमें एक खराब फोन न पकड़ा दे।
सेकंड हैंड iPhone लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?
बैटरी हेल्थ
ये सबसे खास फैक्टर है, जिस पर फोन की कीमत निर्भर करती है, आपने सुना होगा, कोई भी व्यक्ति जब iPhone बेचने की बात करता है, तो वो सबसे पहले ये ही बताता है, कि इस फोन की बैटरी हेल्थ इतनी है। हालांकि, बाजार के चल रहे स्कैम में लोग iPhone की बैटरी को बूस्ट करके भी लोगों को बेवकूफ बना देते हैं, इसलिए सेकंड हैंड iPhone लेने से पहले फोन की बैटरी हेल्थ चेक करना आवश्यक है। यदि फोन की बैटरी हेल्थ 80% या उससे ज्यादा है, तो उसे लिया जा सकता है।
बैटरी हेल्थ बूस्ट तो नहीं है चेक करने के लिए आपको फोन की बैटरी का प्रतिशत देखना है, फिर बर्स्ट मोड में 600 फोटोज क्लिक करने के बाद फिर से बैटरी प्रतिशत चेक करना है। यदि ये 2 से 5 प्रतिशत तक कम हुआ तो ठीक है, इससे ज्यादा कम होने पर उस फोन को न लें। इसके अतिरिक्त, आप सेटिंग्स में जाकर “Analytics and improvements” सेक्शन में जाएं, और”Analytics data” में बैटरी की कैपेसिटी चेक करें, वो आपके फोन में नजर आ रही कैपेसिटी के समान होना चाहिए।
डिस्प्ले
कई बार दुकानदार डिस्प्ले बदल कर लोकल डिस्प्ले वाला iPhone हमें थमा देते हैं, जिसके बारे में हमें पता भी नहीं चलता है, इसलिए आपके चेक करना आवश्यक है, कि फोन में ओरिजिनल डिस्प्ले है, या कोई लोकल डिस्प्ले डाला हुआ है।
इसके लिए फोन की सेटिंग्स में जाएं। यहां “display and brightness” के ऑप्शन पर क्लिक करें। अब “True Tone” को एक्टिवेट करें। आपको फोन की ब्राइटनेस पूरी बढ़ा कर भी चेक करना होगा, कहीं कोई ब्लैक डॉट तो नजर नहीं आ रहा। इसके अतिरिक्त, टच पॉइंटर ऑन करके उसे पूरी स्क्रीन पर घुमाना है, जिससे फोन के टच की स्थिति भी समझ आ जाएगी।
सीरीयल नंबर
आपको ये सुनिश्चित करना भी आवश्यक है, कि आप जो iPhone खरीद रहे हैं, वो ओरिजिनल है भी या नहीं, या कितना पुराना है। इसके लिए आपको फोन की सेटिंग्स में जाकर उसके “General” और फिर “About” सेक्शन में जाना है। यहां से सीरियल नंबर को कॉपी करना है, और checkcoverage.apple.com वेबसाइट पर जाकर उस सीरियल नंबर को पेस्ट कर देना है। इसके बाद आपको उस iPhone से संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी।
फोन चोरी का या फाइनेंस पर तो नहीं है
कई बार ऐसा होता है, लोग चोरी किया हुआ iPhone हमें सस्ते दामों में बेचने की कोशिश करते हैं, या फोन फाइनेंस पर होता है, और बाद में हमें समस्या आ जाती है। ऐसे में फोन के डायलर को ओपन करें और *#06# डायल करके IMEI नंबर निकाल लें। अब iunlocker.net वेबसाइट पर जाएं, और IMEI नंबर को सबमिट करें। आपको फोन से संबंधित ये दोनों जरूरी जानकारी मिल जाएगी।
iphone के पार्ट्स रिप्लेस तो नहीं है?
कई बार जब लोग नया iPhone भी ऑनलाइन वेबसाइट्स से खरीदते हैं, तो उनके पास refurbished iphone आ जाता है, या वो खुद ही iphone का कोई पार्ट खराब होने पर उसे रिप्लेस करवा लेते हैं। ऐसे में हमें पता होना चाहिए कि वो iphone refurbished तो नहीं है, या उसके पार्ट्स बदले हुए तो नहीं है। इसके लिए फोन की सेटिंग्स में जाएं, यहां “General” और फिर “About” में जाकर फोन का मॉडल नंबर देखें। यदि मॉडल नंबर के शुरू में “M” है, तो फोन नया है, यदि “F” है, तो फोन refurbished है, और यदि “N” है, तो फोन के पार्ट्स को रिप्लेस किया गया है।
अन्य जरूरी बातें
इन सब के अतिरिक्त आपको अन्य जरूरी बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक है। फोन का कैमरा और स्पीकर चेक करें। फोन की स्क्रीन पर कोई स्क्रैच या बॉडी पर डेंट तो नहीं है। फोन अनलॉक हो, ताकि उसमें आप अपनी सिम का उपयोग कर पाएं, और Apple I’d चेंज कर सकते कि नहीं, इसकी जांच भी कर लें। फोन के साथ उसका ओरिजिनल बिल ही लें।
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