DeepSeek R1 हाल ही में लॉन्च हुआ एक ऐसा ऐ मॉडल है, जो कुछ दिनों में ही अपनी परफॉरमेंस की वजह से काफी प्रचलित हो चुका है। इसे भारत में भी उपयोग किया जा सकता है, लेकिन ये एक चीनी ऐप है, इसलिए यूजर्स इस चीज से घबरा रहे थे, कि कहीं इसे भी भारत में बैन न कर दिया जाएं।
हालांकि, अब आपको खुश होने की आवश्यकता है, क्योंकि इसे भारत में बैन नहीं किया जाएगा, बल्कि अब आपके लिए इसका उपयोग करना और भी सुरक्षित हो जाएगा। आगे इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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DeepSeek R1 भारत में नहीं होगा बैन
किसी भी चीनी ऐप को भारत में बैन करने का एकमात्र कारण सिर्फ यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा है, क्योंकि ये चीनी ऐप्स आपके डेटा को लीक करते हैं, और इनके डेटा भी चीन में स्टोर किए जाते हैं, लेकिन इस नए AI मॉडल के साथ ऐसा नहीं होगा।
हाल ही में यूनियन आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने इसके संबंध में घोषणा करते हुए बताया है, कि अब DeepSeek R1 को भारतीय सर्वर पर होस्ट किया जाएगा, जिससे यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखा जा सके। इंडियन रेगुलेशंस को फॉलो करने की वजह से ये ऐप भारतीय यूजर्स के लिए सुरक्षित होगा, और इसे भारत में बैन करने की सम्भावना बिल्कुल ही खत्म हो जाएगी।
DeepSeek R1 क्या है?
ये एक एडवांस्ड AI मॉडल है, जिसे DeepSeek नामक चीनी कंपनी द्वारा तैयार किया गया है। ये रीजनिंग मॉडल तकनीक पर काम करता है, और इसे v3 की तरह एक हाइब्रिड आर्किटेक्चर पर बनाया गया है। ChatGPT के मुकाबले ये ज्यादा सटीक जवाब देता है।
हालांकि, जवाब देने में ये थोड़ा समय लगाता है, क्योंकि उसके पहले वो सवाल को अच्छे से समझ कर उस पर रीजनिंग तकनीक का उपयोग करता है। ये बिलकुल फ्री है, और आप इसकी वेबसाइट और ऐप दोनों माध्यम से इसका उपयोग कर सकते हैं।
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