स्मार्टफोन चोरी होना भारत में काफी आम बात हो गयी है। चोरी होने पर पुलिस में शिकायत दर्ज करने से सिम ब्लॉक होने तक आपका फ़ोन न जाने कहाँ पहुँच जायेगा। लेकिन ऐसे में कुछ साधारण सेटिंग्स पर ध्यान दें तो, चोरी करने वाला भी पछतायेगा और फ़ोन चोरी होने पर डाटा सुरक्षित रहेगा और UPI ऐप्स द्वारा कोई ऑनलाइन ठगी से भी आप बच सकते हैं। Android उपयोगकर्ता हों या iPhone वाले लोग, इन सेटिंग्स के साथ आप काफी हद तक अपने फ़ोन में मौजूद डाटा व ऐप्स को सुरक्षित रख पाएंगे।
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कॉल फॉरवर्ड की रखें जानकारी
आज के समय में साइबर क्राइम में कॉल फॉरवर्ड करके, आपके अकाउंट से पैसे उड़ा लेना काफी आसान हो गया है। कई बार आपके पास कोई कॉल आती हैं, जिनमें कोई आवाज़ नहीं आती, इन्हें उठाने पर भी कॉल फॉरवर्ड हो जाती है। कई बार रास्ते में अंजान लोगों से मदद के बहाने कोई ज़रूरी कॉल करने या मैसेज करने के लिए फ़ोन मांगता है और उसमें कोई कॉल डायल कर देता है, जिसके बाद कॉल फॉरवर्ड होनी शुरू हो जाती हैं और आपका डाटा लीक होने लगता है। ऐसे में सबसे पहले आप ये चेक करें कि आपके मोबाइल से कॉल फॉरवर्ड हो रही हैं या नहीं। इसके लिए ये साधारण स्टेप दोहराएं –
- Android यूज़र अपने स्मार्टफोन से *#21# या *#67# और iPhone यूज़र अपने फ़ोन से *61*# डायल करें, इसके बाद कॉल का बटन दबाते ही आपको कॉल फॉरवर्ड हो रही है या नहीं, जानकारी मिल जाएगी।
- अगर नहीं हो रही है, तो अच्छी बात है और अगर हो रही है, तो तुरंत ##21# डायल करें, जिससे ये कॉल फॉरवार्डिंग तुरंत रुक जाएगी।
- इसके अलावा ई-सिम इन मामलों में उपयोगी है। अगर आप एक ई-सिम का उपयोग कर रहे हैं तो चोरी हो जाने पर भी फ़ोन के नेटवर्क का पता लगाया जा सकता है।
iPhone यूज़र ज़्यादा सुरक्षित
Apple अपने उपयोगकर्ताओं को फ़ोन में कई सुरक्षा सम्बन्धी फ़ीचर देती है, जिससे चोरी करने के बाद भी आपके iPhone को अनलॉक करना या iCloud पर सेव डाटा से छेड़छाड़ करना बेहद मुश्किल काम है।
- iPhones में सेटिंग्स में Find My > Share My Location को हमेशा इनेबल या ऑन रखें, जिससे फ़ोन ऑफ या ऑन होने पर लोकेशन ट्रैक की जा सकती है।
- iPhone में ace ID & Passcode > Control Centre > Accessories के विकल्प को भी ज़रुरत न पड़ने पर ऑफ या बंद रखें, जिससे चुराने वाले को लॉक स्क्रीन पर कंट्रोल सेंटर नहीं मिलेगा और चुराने वाला बिना एक्सेसरी कनेक्ट किये या केबल की मदद से भी iPhone के साथ ज़्यादा छेड़छाड़ नहीं कर पायेगा।
- इसके अलावा content & privacy restrictions को भी इनेबल करें। इससे अगर कोई iphone खोल भी लेगा, तो आपके iCloud डाटा से छेड़छाड़ नहीं कर सकेगा।
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Android यूज़र भी डाटा सुरक्षित करने के लिए कर सकते हैं ये काम
- थर्ड पार्टी एंटी-थेफ़्ट (चोरी से बचने के लिए) ऐप डाउनलोड करें। Google की Find My Device ऐप से आप अपने फ़ोन की लोकेशन को तब तक ट्रैक कर सकते हैं, जब तक कोई इसे स्विच ऑफ नहीं करता। इसके अलावा एक पेड ऐप है Cerberus, जिसे फ़ोन में डाउनलोड करने के बाद आप अन्य फ़ोन या अपने लैपटॉप से चोरी हुए फ़ोन को फेक शटडाउन कर सकते हैं (जो ऑफ कर रहा है, उसे लगेगा फ़ोन बंद हो गया, लेकिन असल में चल रहा होगा, लेकिन फ़ोन को वास्तव में बंद करने से पहले आपको ये फेक शटडाउन करना होगा)। इसके अलावा अगर आपके फ़ोन में GPS ऑन था, तो आप इस ऐप की मदद से चुपचाप फ़ोन की ट्रैकिंग भी कर पाएंगे और चोरी हुए फ़ोन में Cerberus ऐप को छुपा भी सकते हैं। साथ ही आप इससे अपने फ़ोन की स्टोरेज को डिलीट भी कर सकते हैं।
- इसके अलावा फ़ोन में फिंगरप्रिंट सेंसर ज़रूर लगा कर रखें, जिससे कोई भी आपके फ़ोन को आसानी से न खोल सके।
- सेटिंग्स में Fingerprints and Security > Secure Start up में जाकर Require phone to turn on phone का टॉगल भी ऑन रखें, जिससे चोरी होने के बाद कोई भी फ़ोन को ऑफ करके ऑन करता है, तो आपके passcode के बिना वो उसे न खोल पाए।
- अपनी महत्वपूर्ण ऐप्स पर AppLock द्वारा (Play Store पर मुफ्त में उपलब्ध है) लॉक लगाकर रखें।
- Settings > Notifications > Notifications on Lock Screen में जाकर Hide on Lock Screen या Hide Sensitive Only का विकल्प चुनें, जिससे चोरी करने वाले को बिना लॉक खोले आपकी कोई महवत्वपूर्ण जानकारी न मिल सके।
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