ये साल का वही समय है, जब नए iPhone लॉन्च होने के बाद, Apple स्टोरों के बाहर हज़ारों लोगों की लम्बी कतारें देखने को मिलती हैं। इस बार हमने भी एक नया iPhone 16 लिया है, जो Ultramarine (नीले) रंग हैं और इस बार इस फ़ोन में वो सब कुछ है, जो आपको एक Pro मॉडल में मिलता है।
Apple का नया iPhone 16 बिना Pro टैग के ऐसा पहला फ़ोन है, जिसमें इस बार लगभग Pro जैसे सभी फ़ीचर हैं, फिर चाहे वो डायनामिक आइलैंड हो, नए दो बटन (Action Button और Camera Control button) हों या इस इस बार बेस मॉडलों में नया और पावरफुल A18 चिप, जो Apple Intelligence के साथ आया है। ये फ़ोन भी इस बार आपको लगभग वैसा ही अनुभव देगा, जैसा एक इससे काफी महंगा Pro मॉडल देता है।
लेकिन वहीँ इसमें कुछ कमियां अब भी हैं, जैसे कि Apple Intelligence का अभी उपलब्ध न होना, जबकि Samsung और Google ने अपने नए फ्लैगशिप फोनों के साथ अपने AI सूट को भी उपलध कराया है। लेकिन क्या ये नए iPhone 16 में मिलने वाले अन्य अपग्रेड इतने बेहतर हैं, कि फिलहाल के लिए इस एक कमी को नज़रअंदाज़ किया जा सके ? आइये iPhone 16 रिव्यु में इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं, और देखते हैं कि क्या वाकई ये फ़ोन अपने हाइप के काबिल है या नहीं।

Apple iPhone 16 - खूबियाँ और कमियां
खूबियाँ
- आकर्षक डिज़ाइन और अच्छे कलर वैरिएंट
- ब्राइट स्क्रीन और डायनामिक आइलैंड
- नए एक्शन बटन और कैमरा कंट्रोल
- A18 चिप के साथ बेहतरीन परफॉरमेंस
- पहले से बेहतर 12MP अल्ट्रा वाइड कैमरा (मैक्रो मोड के साथ)
- MagSafe चार्जिंग स्पीड पहले से बेहतर है
कमियाँ
- 60Hz स्क्रीन
- ऑलवेज़ ऑन डिस्प्ले नहीं है
- वायर्ड चार्जिंग स्पीड धीमी है
- लॉन्च के साथ AI फ़ीचर उपलब्ध नहीं है
Apple iPhone 16 रिव्यु: डिज़ाइन और बिल्ड

Apple के iPhone अपने सबसे अलग डिज़ाइन और बेहतर बिल्ड क्वॉलिटी के लिए जाने जाते हैं और iPhone 16 भी इससे कुछ अलग नहीं है। इस साल, Apple ने डिज़ाइन में कुछ बदलाव किये हैं, लेकिन फिर भी ये बहुत अलग नहीं है। शायद पहली नज़र में आपको कोई अंतर नज़र न आये, लेकिन Apple ने यहां स्क्रीन की सुरक्षा के लिए नयी सेकेंड-जनरेशन सिरेमिक शील्ड का इस्तेमाल किया है, जो कंपनी के अनुसार पिछले मॉडल के मुकाबले 50% ज्यादा मज़बूत है।
इसके अलावा सबसे ज़्यादा ध्यान खींचने वाला बदलाव है, इस बार वर्टीकल कैमरा सेटअप का होना, जो केवल इस फ़ोन में नयेपन का अनुभव ही नहीं देता, बल्कि iPhone 16 को स्पैशियल वीडियो (जिससे Apple Vision Pro पर रिकॉर्डिंग देख सकते हैं) कैप्चर करने में सक्षम बनाता है। वहीँ कुछ लोगों को ये कैमरा डिज़ाइन iPhone 12 की भी याद दिलाएगा।




हालांकि, iPhone 16 को हाथ में पकड़ने पर ये काफी ख़ास लगता है। रियर पैनल पर कलर-इंफ्यूस्ड ग्लास और एलुमिनियम फ्रेम पर टेक्सचर के साथ ये कुक हद तक Pro मॉडलों जैसा लगता है। इसके छोटे आकार और कम वज़न (170 ग्राम) के कारण आप आसानी से इसे एक हाथ से इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन iPhone 16 सबसे पतले फोनों में से नहीं है, अगर आपको स्लिम फ़ोन ही चाहिए तो, सामने आ रही अफवाहों में जो iPhone 17 Slim है, उसका इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि 7.80mm मोटाई के साथ, इसे हाथ में पकड़ने व इस्तेमाल करने में कोई परेशानी नहीं होती।
अगर आप iPhone 16 के सभी रंगों के विकल्प देखेंगे, तो आपको पता चलेगा कि ये इस साल का सबसे दिलचस्प मॉडल है। कई अनोखे और बोल्ड रंग इसमें आये हैं, जैसे Ultramarine (नीला), Pink (गुलाबी), और Teal (हरा), जो इसे काफी अलग बनाते हैं, ख़ासतौर से तब, जब आप इसे iPhone 15 के पेस्टल रंग के विकल्पों के मुकाबले में देखेंगे। इनके अलावा अगर आप सादा रंग पसंद करते हैं, तो iPhone 16 सफ़ेद और काले रंगों में भी उपलब्ध है।

हमने यहां Ultramarine (नीले) रंग के मॉडल का रिव्यु किया है, जो यहां दिखाई गयी तस्वीरों के मुकाबले में वास्तव में ज़्यादा सुन्दर लगता है। इस फ़ोन में नीले रंग के तीन शेड हैं, एक जो आप रियर पैनल पर देखते हैं, दूसरा जो थोड़ा गहरा है और कैमरा सेटअप को कवर करता है और तीसरा थोड़ा चमकदार जो फ्रेम पर है और कैमरा की रिंग्स पर।
यहां ये बताना भी ज़रूरी है कि इस बार iPhone 16 और iPhone 16 Plus में कुल 30% से ज़्यादा रीसायकल मटेरियल का इस्तेमाल हुआ है, जिसमें 85% रीसायकल्ड एल्युमीनियम है और 80% तक रीसायकल्ड स्टील अलग अलग कंपोनेंट्स में इस्तेमाल हुआ है।
Apple iPhone 16 रिव्यु: डिस्प्ले और ऑडियो

ये शायद आपको रिव्यु का सबसे बोरिंग पार्ट लग सकता है, क्योंकि iPhone 16 में वही 6.1-इंच की सुपर रेटिंग XDR डिस्प्ले है, जो हमने iPhone 15 में भी देखी है। स्क्रीन के साइज़ से लेकर पैनल (OLED), रेज़ॉल्यूशन (460 ppi), और ब्राइटनेस (2,000 निट्स) तक सभी कुछ वही है।
रोज़ के इस्तेमाल में, हमें स्क्रीन के साथ कोई परेशानी नहीं आयी। इस पर वाइब्रेंट रंग दिखते हैं और सूरज की रौशनी में भी हम फ़ोन को इस्तेमाल कर सकते हैं। रात के समय में 1 निट की ब्राइटनेस के साथ भी काम किया जा सकता है, यहां तक कि काफी घने अँधेरे वाले कमरे में इस्तेमाल करने पर भी आँखों पर कोई दबाव नहीं पड़ा। हालांकि इतने अँधेरे में फ़ोन या ज़्यादा स्क्रीन का इस्तेमाल, आँखों के लिए अच्छा नहीं है, इसीलिए हम आपको इस तरह फ़ोन इस्तेमाल करने की सलाह नहीं देंगे।
डायनामिक आइलैंड भी यहां अपना काम अच्छे से करता है एयर हमें नोटिफिकेशन देखने देता है। ये पिल शेप का कटआउट एक समय पर चल रहीं ऐप्स में से दो ऐप्स का ट्रैक रख सकता है, जैसे Apple Music और timer)।

अगर आप ज़्यादा पुराने iPhone से अपग्रेड कर रहे हैं, जैसे iPhone 12 या iPhone 13, तो आपको ज़रूर स्क्रीन में काफी अंतर लगेगा। iPhone 16 में नौच काफी छोटा है और स्क्रीन इनके मुकाबले काफी ब्राइट। वहीँ अगर आप iPhone 15 से अपग्रेड कर रहे हैं, तो आपको इसमें कोई अंतर नज़र नहीं आएगा। लेकिन अगर आपको इससे बेहतर स्क्रीन चाहिए तो नवीनतम लॉन्च हुए फ्लैगशिप Android फ़ोन जैसे Galaxy S24 और Pixel 9 देख सकते हैं, जिनमें इसके मुकाबले ज़्यादा ब्राइट और स्मूथ (120Hz) डिस्प्ले मिलती है।
यहां पर 120Hz डिस्प्ले या Apple की भाषा में कहें तो ProMotion डिस्प्ले का न मिलना एक काफी बड़ी कमी है, ख़ासतौर से तब जब बाजार में इसके आधे दामों वाले फ़ोन 120Hz स्क्रीन के साथ उपलब्ध हैं। Apple ने यहां OLED पैनल का इस्तेमाल तो किया है, लेकिन ऑलवेज़-ऑन डिस्प्ले फ़ीचर अब भी नहीं है, और ये भी एक कमी ही है। वैसे iPhone 16 True Tone डिस्प्ले के साथ आया है, जो आस-पास के एम्बिएंट के अनुसार कलर टेम्परेचर को एडजस्ट कर लेती है।
इसके अलावा इस बेहतरीन स्क्रीन पर आप Netflix, YouTube से कंटेंट स्ट्रीमिंग का अच्छा आनंद ले सकते हैं, क्योंकि इसमें स्टीरियोस्कोपिक स्पीकर हैं।
Apple iPhone 16 रिव्यु: सॉफ्टवेयर और परफॉरमेंस

iPhone 16 में iOS 18 है, लेकिन iOS 17 के मुकाबले में इसमें बहुत बड़े कोई अपग्रेड नहीं हैं। हाँ, कुछ फ़ीचर नए आये हैं, जैसे होम स्क्रीन पर्सनलाइज़ करना, जिसमें ऐप्स के नाम छुपाना, या किसी भी ऐप्स को स्क्रीन पर कहीं भी सेट करना, नयी Passwords ऐप और Game Mode। हालांकि इस बार नए Control Center में कस्टमाइज़ेबल पेज जोड़े गए हैं, लेकिन हमें पहले पेज से आगे जाने की ज़रूरत नहीं पड़ी, क्योंकि इसमें सारे ज़रूरी विकल्प मिल गए।
वहीँ ये थोड़ा निराशाजनक है कि रिव्यु के समय पर इस फ़ोन में सबसे बड़ा अपग्रेड यानि Apple Intelligence (कंपनी का नया AI सूट) उपलब्ध नहीं है। कंपनी के अनुसार ये दिसंबर या जनवरी तक आएगा। इसमें टेक्स्ट या इमेज जेनेरेट करना, स्क्रीन अवेयरनेस के साथ Siri का अपग्रेडेड वर्ज़न, ईमेल समराइज़ करना और विज़ुअल इंटेलिजेंस जैसे फ़ीचर शामिल होंगे।

अभी के लिए, iPhone 16 सीरीज़ में Apple Intelligence, iOS 18 बीटा अपडेट का ही हिस्सा है। अगर सब सही रहा, तो कंपनी इसे अक्टूबर में रिलीज़ कर सकती है।
जब परफॉरमेंस की बात आती है तो, iPhone 16 निराश नहीं करता, ख़ासतौर से नए छः कोर वाले A18 चिप और 8GB RAM के साथ। ये नया चिप (जिसकी अधिकतम क्लॉक स्पीड 4.04 GHz है) iPhone 15 के A16 Bionic चिप के मुकाबले में 30% बेहतर परफॉरमेंस देता है। यहां तक कि ये iPhone 15 Pro मॉडलों में मिलने वाले A17 Pro चिप से भी तेज़ है और यही इसकी एक ख़ासियत है, जो इसे Pro मॉडलों के नज़दीक ही लेजा कर खड़ा कर देती है।



बेंचमार्क स्कोरों की बात करें तो, iPhone 16, Geekbench 6 टेस्ट में सिंगल कोर में 3,194 पॉइंट्स और मल्टी कोर में 7,738 पॉइंट्स ला पाने में सफल हुआ। अगर आप तुलना करें तो, ये iPhone 15 Pro Max के गीकबेंच स्कोर से बेहतर है और Galaxy S24 Ultra के स्कोर से भी बेहतर है, जिसमें Snapdragon 8 Gen 3 प्रोसेसर है।
डिवाइस पर लैंग्वेज मॉडल्स (जो ज़्यादा स्टोरेज लेते हैं) को बेहतर तरीके से संभालने के लिए, इस बार Apple ने सभी iPhone 16 मॉडलों में 8GB RAM दी है। इसके साथ भी ये फ़ोन iPhone 16 Pro के और नज़दीक आ जाता है। इन सबके अलावा, ये भी बहुत महत्वपूर्ण है कि ये नया प्रोसेसर 3nm फेब्रिकेशन तकनीक पर आधारित, है जो इसे और एफिशिएंट बनाती है और फ़ोन में परफॉरमेंस और बैटरी लाइफ, दोनों को बेहतर करती है।
इस पावरफुल चिप के साथ आपका नया iPhone 16 स्मूथली सभी काम कर सकता है, जो भी आप इस पर करना चाहें, फिर चाहे वो 4K वीडियो एडिट करना हो या सबसे हाई सेटिंग्स के साथ वीडियो गेम खेलना या मल्टी – टास्किंग। वीडियो गेम की बात चली है, तो हम आपको बता दें कि A18 चिप में हार्डवेयर बेस्ड रे ट्रेसिंग है, जो कि सॉफ्टवेयर पर आधारित रे ट्रेसिंग के मुकाबले 5x ज़्यादा तेज़ होती है। ये फ़ीचर भी पहले Pro मॉडलों तक ही सीमित था, जिसे अब कंपनी ने इस बेस मॉडल में भी दिया है और अब आप इस पर AAA गेम भी खेल सकते हैं।

हालांकि, हमने जब इस स्मार्टफोन से फोटो क्लिक किये (अंदर और बाहर, दोनों परिस्थितियों में), तो ये थोड़ा गर्म हो गया और चार्जिंग के समय पर भी यही हुआ। हालांकि ये इतना गर्म नहीं था, जिसकी चिंता करनी पड़े। जो थोड़ा सोच रहे हैं, उन्हें मैं बता दूँ कि हमारे इस शहर में इस समय दिन का तापमान 38 – 40 डिग्री और रात में 27 डिग्री तक होता है। वैसे शुरुआत में iPhone 15 Pro में भी थोड़ी गर्म होने की समस्या थी, लेकिन कोई चिंताजनक बात नहीं थी और फ़ोन सफल रहा।
इस मामले में बस एक ये कमी है कि बेस मॉडल में 128GB की स्टोरेज है। जबकि 256GB स्टोरेज पाने के लिए आपको और 10,000 रुपए खर्च करने होंगे।
Apple iPhone 16 रिव्यु: कैमरा


iPhones हमेशा से ही डिटेल के साथ, शार्प और अच्छे संतुलित रंगों वाली तस्वीरें क्लिक करने के लिए जाने जाते हैं, और इस बार iPhone 16 के ये स्टैण्डर्ड और बढ़ाया ही है। इसका 48MP (f/1.6) प्राइमरी कैमरा आपको काफी डिटेल के साथ तस्वीरें क्लिक करने की अनुमति देता है। वहीँ इसका 12MP (f/2.2) का अल्ट्रा वाइड लेंस लो – लाइट में काफी अच्छे परिणाम देता है। इसका श्रेय बड़े अपर्चर (iPhone 15 में f/2.4 की तुलना में iPhone 16 में f/2.2) को भी जाता है और साथ ही नए इमेज सिग्नल प्रोसेसर को भी।






पोर्ट्रेट मोड में भी ये फ़ोन कमाल के और अच्छी डिटेल के साथ तस्वीरें लेता है, दोनों 1x और 2x में।






कैमरा के साथ हमने थोड़ा ही समय बिताया, लेकिन हम ये कह सकते हैं कि Apple ने अल्ट्रा वाइड सेंसर को काफी बेहतर किया है, इतना कि ये लगभग प्राइमरी सेंसर जैसी क्वॉलिटी के साथ ही फोटो लेता है। आप नीचे दिए फोटोज़ में देख सकते हैं कि किस तरह अल्ट्रा वाइड कैमरा रात के समय में प्राइमरी सेंसर जैसे ही कलर टेम्परेचर और डिटेल के साथ फोटो ले पाया है। इसका 2x लॉस-लेस ज़ूम के साथ लिया हुआ फोटो, जो कि अल्ट्रा वाइड के बीच के मुख्य हिस्से को क्रॉप कर रहा है, काफी शानदार है।



कैमरा कंट्रोल
यहां पर सबसे ज़्यादा ध्यान देने वाला फीचर है, दायीं साइड पर मौजूद कैमरा बटन। टच और प्रेशर सेंसरों को मिलाकर चलने वाले इस Camera button को कंपनी ने इस सीरीज़ के साथ ही शुरू किया है, जिससे आप तुरंत कैमरा ऐप खोल सकते हैं। लेकिन इसके साथ कैमरा ऐप को चलाने के लिए आपको पहले थोड़ा सीखने की ज़रुरत है। ये वास्तव में एक बटन ही है, लेकिन ऐप को खोलने के अलावा सेंसिटिव टच के साथ इससे और भी काम किये जाते हैं।

हमने पहले भी डेडिकेटेड कैमरा बटन के साथ कुछ फोन देखे हैं, लेकिन Apple की ये पहल थोड़ी अलग है। कंपनी ने यहां कपैसिटिव टच देकर, इसे और फंक्शनल बनाया है। आप इससे ज़ूम इन और आउट कर सकते हैं, फोटोग्राफी स्टाइल के बीच में स्विच कर सकते हैं, अपर्चर को सेट कर सकते हैं और भी काफी कुछ। हालांकि कंपनी ने इसके लिए थोड़ी अजीब जगह चुनी है, लेकिन थोड़े समय में इसकी आदत लग जाती है। इससे कैसे फंक्शन किया जाता है, ये आप नीचे समझ सकते हैं –
- कैमरा ऐप खोलने के लिए, Camera Control बटन को थोड़ा ज़ोर से एक बार दबाएं।
- इसके बाद थोड़ा हल्के हाथ से दबाव बनाएं, जिससे टच सेंसर एक्टिवेट होगा और आप ज़ूम इन और आउट कर सकेंगे।
- बटन दो बार हल्के हाथ से दबाने पर आप कैमरा के कुछ और फीचरों जैसे एक्सपोज़र और डेप्थ को एडजस्ट कर सकते हैं।
- फोटो क्लिक करने के लिए भी बटन को एक बार दबाएं और इसे दबाये रखने पर आप वीडियो रिकॉर्ड कर सकते हैं।

अगर आपको कैमरा की बेसिक कलर प्रोफाइल ज़्यादा ही साधारण लगे, तो आप इसमें फोटोग्राफ़िक स्टाइल चुन सकते हैं, वैसे मेरे लिए ये भी Vivo X100 Pro के सॉफ्टवेयर पर आधारित फ़िल्टरों जैसे ही हैं। वैसे, कैमरा ऐप में ये नए फोटोग्राफी के स्टाइल आपको ऊपर दायीं तरफ मिलेंगे और इसके बाद एक अलग या ख़ास कलर प्रोफ़ाइल को कस्टमाइज़ करने के लिए आप नीचे मौजूद चौकोर शेप के पैनल में से बटन को ड्रैग कर सकते हैं।






इसके बाद आता है, इसका नया मैक्रो मोड, जो हमारे अनुसार पिछले कुछ सालों में बेस iPhone मॉडलों में जुड़ने वाला बेस्ट कैमरा फ़ीचर है। कैमरा ऐप खोलकर जब आप किसी ऑब्जेक्ट के काफी पास जाते हैं, तो मैक्रो मोड अपने आप एक्टिव जो जाता है। आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, कम-से-कम दूरी भी 2cm होनी चाहिए, जिसके साथ आप फूलों, या पानी की बूँद या टेबल मैट के कोई बारीक टेक्सचर तक के बेहतरीन फोटो क्लिक कर सकते हैं।






वीडियो रिकॉर्डिंग यहां 4K 60 fps तक ही सीमित है, लेकिन इस बार एक काफी अच्छा, छोटा-सा फीचर है जिससे ऑडियो रिकॉर्डिंग की क्वॉलिटी बेहतर हो जाती है। इसके लिए एक बार जब आप वीडियो रिकॉर्ड कर लेते हैं, तो एडिट मेनू में जाकर नीचे की तरफ से Audio Mix का चयन करें। इस फीचर से आप रिकॉर्डिंग में चार अलग अलग ऑडियो प्रोफाइल लगा सकते हैं। हमें इसमें स्टूडियो मोड सबसे ज़्यादा पसंद आया, क्योंकि ये वोकल यानि आवाज़ को महत्व देते हुए बैकग्राउंड के अन्य शोर गुल को कम कर देता है।
इसके अलावा, iPhone 16 बेहतरीन पॉइंट-एंड-शूट स्मार्टफोन कैमरों में से एक है। इसके हार्डवेयर-सॉफ़्टवेयर ऑप्टिमाइज़ेशन के साथ हर परिस्थिति में या कहें कि हरा तरह की लाइटिंग में काफी शानदार तस्वीरें मिलती हैं। इसमें एक और नयी चीज़ आयी है, जो शायद भारतीय यूज़र के लिए उचित न हो, लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है और वो है स्पैटियल वीडियो रिकॉर्ड कर पाने की क्षमता, लेकिन ये उन्हीं के लिए उपयोगी है, जिनके पास Apple Vision Pro है।
क्या इसका मतलब है कि iPhone 16 में सबसे बेहतरीन कैमरा सेटअप है? इसका निर्णय तो अन्य फ्लैगशिप फोनों से तुलना के बाद ही पता चल सकता है। Galaxy S24 में एक तीसरा कैमरा – टेलिफोटो सेंसर भी है, जो आपको क्वॉलिटी कम किये बिना सब्जेक्ट की और करीब से फोटो क्लिक करने में मदद करता है। वहीँ Pixel 9 में इससे ज़्यादा रेज़ॉल्यूशन के साथ अल्ट्रा वाइड कैमरा मिलता है, जो थोड़ी और शार्प फोटो क्लिक कर सकता है।
Apple iPhone 16 रिव्यु: बैटरी और चार्जिंग


iPhone 16 को लेकर दावा है कि ये 22 घंटे तक चल सकता है, और ये iPhone 15 की तुलना में 10% ज़्यादा है। वहीँ चार्जिंग स्पीड के मामले में भी iPhone 16 अपने प्रीडिसेस्सर के समान ही है। ये फ़ोन 20W के अडैप्टर से लगभग 30 मिनट में 50% तक चार्ज हो जाता है। हालांकि इस बार इस बेस मॉडल में भी Apple ने MagSafe चार्जिंग स्पीड को बढ़ाकर 25W कर दिया है (इसके लिए 30W या और बेहतर अडैप्टर चाहिए) ह। इसके अलावा, iPhone 16 में 15W तक की Qi2 वायरलेस चार्जिंग और 7.5W तक की Qi वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट भी है।
दिन की शुरुआत में, हमारे iPhone 16 की बैटरी 90% तक चार्ज थी (क्योंकि हमने चार्जिंग लिमिट सेट की थी), और शाम 6 बजे के आसपास, बैटरी 47% पर थी, जिसमें तीन घंटे ज़्यादा मेरा स्क्रीन टाइम रहा। इसके अलावा दिन भर मैंने फोन पर ईमेल चेक करने, कुछ फोटो लेने, कॉल का जवाब देने, और वीडियो स्ट्रीमिंग जैसे कई काम भी किये। आपकी और बेहतर जानकारी के लिए, हम बैटरी के इस्तेमाल के डिटेल नीचे तस्वीर में दे रहे हैं।



वैसे Apple अपने किसी भी फ़ोन के साथ चार्जर नहीं दे रहा है, लेकिन इसके साथ बॉक्स में USB-C टू USB-C केबल मौजूद है।
चार्जर की बात करें तो, कई ब्रैंड ऐसे हैं, जो अब भी अपने फ्लैगशिप फ़ोन के साथ चार्जर देते हैं, जैसे OnePlus 12 (रिव्यु) जिसके साथ बॉक्स में 100W का अडैप्टर मिलता है और साथ ही इससे ये भी पता चल रहा है कि एंड्रॉइड फोनों के मुकाबले में Apple इस बार भी चार्जिंग स्पीड को बढ़ाना भूल गया है।
क्या आपको Apple iPhone 16 खरीदना चाहिए?
Smartprix रेटिंग : 8.5/10
डिज़ाइन:
डिस्प्ले:
कैमरे:
परफॉरमेंस:
सॉफ्टवेयर:
बैटरी और चार्जिंग:
9.5/10
8/10
8.5/10
9/10
8.5/10
8/10
अगर आप iPhone 15 से iPhone 16 में अपग्रेड कर रहे हैं, तो आपको यहां एक बेहतर अल्ट्रा वाइड कैमरा, पहले से सुधरी हुई बैटरी लाइफ, थोड़ी तेज़ MagSafe चार्जिंग, एक Action Button, एक नया Camera Control button और सबसे ख़ास Apple Intelligence (इस साल के अंत तक आ जायेगा) मिल रहा है। अगर ये अपग्रेड आपके लिए ज़्यादा मायने नहीं रखते, तो बेहतर है कि आप iPhone 15 (या iPhone 14) के साथ ही बने रहे और अगले साल आने वाले iPhone 17 का इंतज़ार करें। हालांकि iPhone 13 या उससे पुराने या दो साल पुराने किसी Android फ्लैगशिप फ़ोन से iPhone 16 में अपग्रेड करना एक अच्छा निर्णय है।
iPhone 16 एक प्रीमियम और मज़बूत फ़ोन है, जिसके साथ आप सब कुछ कर सकते हैं। इसमें एक प्रीमियम ब्राइट डिस्प्ले, काफी तेज़ प्रोसेसर और एक बेहतरीन कैमरा सेटअप है, जिसके साथ ये फ़ोन बाज़ार में मौजूद अपनी लोकप्रियता या हाइप के लायक है और बाज़ार में एक अच्छे फ्लैगशिप स्मार्टफोन के रूप में एक दमदार दावेदार है। हालांकि फिलहाल Apple Intelligence के बिना ये थोड़ा अधूरा लगता है।
सम्पादक की राय: क्योंकि iPhone 16 Plus में भी यही सारे फ़ीचर एक बड़ी स्क्रीन के साथ मिलते हैं, तो इस रिव्यु का अधिकतर भाग उसके लिए भी आप देख सकते हैं।
वहीँ अगर आपको टेलीफ़ोटो कैमरा, 4K में 120fps रिकॉर्डिंग, 120Hz रिफ्रेश रेट स्क्रीन जैसे फ़ीचर चाहिए, तो आपको कुछ और रकम बढ़ाकर iPhone 16 Pro मॉडलों के बारे में विचार करना चाहिए, जिनमें 5x ऑप्टिकल ज़ूम भी उपलब्ध है। इसके अलावा थोड़े कम दाम में यही सारे फ़ीचर आपको किसी प्रीमियम फ्लैगशिप एंड्रॉइड फ़ोन में भी मिल सकते हैं।
पहला रिव्यु सितम्बर 2024 में।



































