भारत में धड़ल्ले से ऑनलाइन स्कैम होते जा रहे हैं। कभी मैसेज में किसी लिंक द्वारा, कभी ऑनलाइन जॉब का झाँसा देकर, तो कभी पेमेंट ऐप्स पर आपको हमने पैसे भेजे हैं कहकर और उनमें जाली मैसेज भेजकर। कुछ पाबंदियाँ लग जाने के बाद अब ऑनलाइन स्कैम करने वालों ने फिर एक नया तरीका खोजा है – फेक वॉइस कॉल स्कैम। इसके लिए ये ठगी करने वाले AI टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके आपके किसी जानकार या परिवार के व्यक्ति फेक या नकली वॉइस कॉल जेनेरेट करते हैं, जिसमें लोगों को असली आवाज़ और नकली कॉल के बीच फर्क करना मुश्किल हो जाता है। इन fake voice calls द्वारा जिन भी लोगों को फ़ोन आये हैं, उनमें से लगभग 83% भारतीय इनके शिकार बने हैं और अपने पैसे उन्होंने गवाएं हैं। ये आंकड़े काफी चिंताजनक हैं, लेकिन आप सावधानी बरतते हुए, इस नयी ठगी के तरीके “वॉइस कॉल स्कैम” से बच सकते हैं।
हाल ही में McAfee ने 7,054 लोगों के साथ एक सर्वे किया, जिसमें ये लोग सात देशों से शामिल किये गए। इस सर्वे के अनुसार, लगभग 69 प्रतिशत भारतीय पूरे तरीके से ये पुष्टि नहीं कर पाए कि वो एक AI द्वारा बनायी गयी नकली आवाज़ से आयी कॉल या एक असली कॉल में फर्क बता सकते हैं और इसका कारण ये है कि इंटरनेट पर बहुत सारे AI वॉइस क्लोनिंग टूल मौजूद हैं, जिनके द्वारा बनायी गयी नकली आवाज़, असली से 85% तक मैच कर जाती है।
वॉइस कॉल स्कैम में ज़्यादातर लोगों ने अपने 50,000 या उससे ज़्यादा रूपए गंवाएं हैं। अगर आप इनका शिकार नहीं होना चाहते हैं, तो इन बातों का ध्यान अवश्य रखें।
वॉइस कॉल स्कैम से कैसे बचें ? – How to be safe from fake voice call scam
- अगर आपके किसी ख़ास या जानकार का कॉल पैसे के विषय में आया है, तो थोड़ी जांच पड़ताल और सवालों के साथ सुनिश्चित करें कि ये वही व्यक्ति है या नहीं।
- आप अपने जानकारों को कोई ख़ास सीक्रेट या निजी सवाल पूछने को भी कह सकते हैं।
- अंजान नम्बरों को न उठाएं और अगर से संभव नहीं है, तो अनजान नंबर से चाहे किसी परिवार या जानकार का ही फ़ोन क्यों न हो, इन पर पैसे कभी न भेजें।
- मैसेज में आये किसी भी तरह के लिंक पर क्लिक न करें। इस तरह क्लिक करने से आपके फ़ोन वायरस आ सकता है, जो सीधे आपके फ़ोन को फेक वेबसाइटों से जोड़ेगा।
- भूलकर भी किसी से अपना OTP शेयर ना करें। आपके आस-पास जो लोग डिजिटल पेमेंट के बारे में ज़्यादा नहीं जानते, उन्हें से अवश्य बताएं कि कोई भी माय वेबसाइट, शॉपिंग साइट, बैंकिंग साइट, अगर वो सही है, तो आपसे फ़ोन पर OTP कभी नहीं मांगते हैं।
- अपनी बैंकिंग डिटेल, क्रेडिट / डेबिट कार्ड के नंबर किसी के साथ शेयर करने या कहीं लिखने से बचें।
- Truecaller जैसी कॉलर आईडी ऐप्स के भरोसे ना रहें। स्कैमर्स इस तरह की ऐप्स को आसानी से झाँसा दे सकते हैं और ये ऐप उनके नंबर को स्पैम के तौर पर नहीं पकड़ पातीं।
- अचानक आपातकालीन स्थितियों में कॉल आने पर, पैसे तुरंत ना भेजें। अगर कोई दोस्त का नाम लेकर ,कहीं फंस गया हूँ या अस्पताल में हूँ कहकर पैसे मांगे, तो तुरंत ना भेजें। अपनी तरफ से जांच करके ही कोई निर्णय लें और नंबर को वेरीफाई अवश्य करें।
- किसी भी आये नकली या स्कैम कॉल को तुरंत साइबर क्राइम के तहत या हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करके, शिकायत दर्ज करें।
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