Velocity, एक भारतीय वित्तीय प्रौद्योगिकी (financial technology) कंपनी है, जिसने देश का पहला चैटजीपीटी चैटबॉट लॉन्च किया है, जिसे “Lexi” कहा गया है। कंपनी के अनुसार, इस नवीनतम AI को विकसित करने के लिए इसे इसके मौजूदा एनालिटिक्स टूल और वेलोसिटी इनसाइट्स (Velocity Insights) के साथ एकीकृत किया गया है।
Velocity Insights का उपयोग करने वाले भारतीय ई-कॉमर्स ब्रांड दैनिक व्यापार की रिपोर्ट मेटा के स्वामित्व वाले WhatsApp से प्राप्त करते हैं। इस तरह Velocity ने उसी WhatsApp इंटरफेस में इस नए चैटजीपीटी को एकीकृत किया।
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अभिरूप मेधेकर Velocity के सह-संस्थापक और सीईओ ने एक बयान में कहा, “चैटजीपीटी के लॉन्च होने के बाद से, हमारी उत्पाद टीमें इस बात पर मंथन कर रही हैं, कि हमारे संस्थापकों को लाभ पहुंचाने के लिए इसे किस प्रकार से ज्यादा से ज्यादा लोगो तक तक पहुँचाया जाए। चूंकि, Velocity ग्राहक पहले से ही दैनिक आधार पर इनसाइट्स का उपयोग करते हैं, इसलिए हमने चैटजीपीटी को उसी इंटरफ़ेस के साथ एकीकृत किया है, जिसका वे व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए लाभ उठाते हैं।”
कंपनी के अनुसार, Velocity Insights में चैटजीपीटी की इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य उन ई-कॉमर्स दिग्गजों के काम को आसान करना है, जो पहले से Velocity Insights का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। इस नए AI की मदद से ई-कॉमर्स कंपनियां अपने व्यवसाय से सम्बंधित समस्याओं का समाधान कर सकती हैं। इससे उन्हें अपने महत्वपूर्ण व्यावसायिक कार्यों को विकसित करने में मदद मिलेगी।
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किसानों को भी मिलेगा नए AI का लाभ
इस बीच, एक रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय भारतीय किसानों को कई सरकारी योजनाओं को समझने और सीखने में मदद करने के लिए चैटजीपीटी को WhatsApp के साथ एकीकृत करने की योजना बना रहा है। विशेष रूप से, द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट बताती है कि Meity की एक टीम Bhashini चैटजीपीटी द्वारा संचालित WhatsApp चैटबॉट का परीक्षण कर रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, ChatGPT द्वारा संचालित WhatsApp चैटबॉट वॉयस नोट्स के माध्यम से भेजे गए उनके प्रश्नों का उत्तर देकर उपयोगकर्ताओं की मदद करेगा। यह मुख्य रूप से उन भारतीय किसानों के लिए उपयोगी होगा, जो स्मार्टफोन पर टाइपिंग से परिचित नहीं होंगे। उल्लेखनीय है कि माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने विश्व आर्थिक मंच में भी उल्लेख किया था, कि भारतीय किसान जल्द ही इंटरनेट का उपयोग करके सरकारी कार्यक्रम तक पहुंचने के लिए जीपीटी इंटरफेस का उपयोग करने में सक्षम होंगे।
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