भारत की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार वित्त वर्ष 2026 के बजट में कई सरप्राइज़ दिए और उन्हीं में से एक था आभूषणों (सोने और प्लेटिनम) पर आयात शुल्क (import duty) को कम करने का फैसला। दरअसल इस बार भारत में सोने की कीमतें इतनी ऊँची पहुँच गयी, कि लोगों द्वारा इसकी मांग में गिरावट दिखने लगी। इस निर्णय का उद्देश्य था – गहनों की कीमतों को कम करना, जिससे उपभोक्ता की मांग को बढ़ावा दिया जा सके। इस बजट में, गहनों पर कस्टम ड्यूटी 25% से घटाकर 20% कर दी गई। इससे भी अच्छी खबर ये है कि सोने या गहनों पर इम्पोर्ट ड्यूटी 15% से घटाकर 6% कर दी गयी। इस इम्पोर्ट ड्यूटी के कम होने से कई लोगों के मन में ये प्रश्न है कि क्या अब दुबई से सोना लाना और भी सस्ता पड़ेगा। आइये इससे सम्बंधित सभी जवाब हम यहां जानते हैं।
सोने पर आयात शुल्क कम करने का कदम भी भारत में शादी और त्योहारों के सीज़न में बिक्री बढ़ाने, तस्करी रोकने, और आभूषण उद्योग को प्रतिस्पर्धी बनाने रखने के लिए उठाया गया है। हम इसी के बारे में यहां बात करने वाले हैं कि क्या दुबई से भारत में सोना लाने के नियम में बदलाव हुआ है, इससे लाभ होगा या नहीं, और वर्तमान में सोने की कीमतें कहाँ ज़्यादा कम हैं। ये जानकारी विशेष रूप से उन लोगों के लिए ही है, जो दुबई से सोना खरीदकर भारत लाने की योजना बना रहे हैं (How much Gold Can i buy from Dubai take back to india?)।

भारत ने सोने पर import duty (आयात शुल्क) को कम किया
हाल ही में, भारत सरकार ने सोने और आभूषणों पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की है। ये कदम देश में सोने की तस्करी को कम करने और वैध आयात को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। भारत में आयात शुल्क को कम करने से सोने की कम हुई मांग बेहद सकती है और इससे सोने की कीमतों में स्थिरता आने की भी उम्मीद है, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ होगा।
- गहनों पर कस्टम ड्यूटी 25% से 20% कम हुई
- प्लेटिनम पार्ट्स पर ड्यूटी 25% से गिरकर 5% पहुँच गई।
- बाहर (दुबई) से सोने या गहने लाने पर लगने वाली इम्पोर्ट ड्यूटी 15% से कम होकर मात्र 6% कर दी गयी
दुबई से बिना किसी टैक्स या ड्यूटी के ला सकते हैं इतना सोना (How much Gold Can i buy from Dubai take back to india?)
दुबई से सोना लाने के लिए कुछ नियम और सीमाएँ हैं:
- पुरुष यात्री 20 ग्राम तक का सोना ला सकते हैं, जिसकी अधिकतम कीमत ₹50,000 तक ही होनी चाहिए। इस पर उन्हें कोई भी शुल्क देने की ज़रुरत नहीं है।
- महिला यात्री 40 ग्राम तक का सोना बिना किसी टैक्स या शुल्क के ला सकती हैं, इसकी कीमत ₹1,00,000 तक हो सकती है, उससे ज़्यादा नहीं।
इससे ज़्यादा सोना लाने के लिए आयात शुल्क देना पड़ता है।
भारत के मुकाबले में दुबई से सोना लाने पर कितना फायदा मिलेगा
दुबई में सोने की कीमतें आमतौर पर भारत की तुलना में कम होती हैं। इसका मुख्य कारण दुबई में करों और शुल्कों की कम कीमतें हैं। इसीलिए भारत में आयात शुल्क के कम होने, दुबई में मेकिंग चार्ज कम होने और अन्य खर्चों को ध्यान में रखते हुए, दुबई से सोना लाना आर्थिक रूप से फायदेमंद हो सकता है। लेकिन ये लाभ आपकी कितना सोना खरीद रहे हैं, सोने के प्रकार और यदि आभूषण है, तो उसके डिज़ाइन पर निर्भर करता है।

भारत और दुबई में सोने के दामों में कितना अंतर है (gold price in dubai in indian currency)
वैसे तो दुबई में सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाज़ार दरों के हिसाब से बदलती रहती हैं, लेकिन भारत में सोने के दाम से दुबई में सोने की कीमतें अक्सर कम ही होती हैं। हालांकि वहाँ से भी सोना खरीदने से पहले मुद्रा विनिमय दर, इम्पोर्ट ड्यूटी, मेकिंग चार्ज, इत्यादि खर्चों के साथ उसकी कीमत क्या होगी, इसकी जांच कर लेनी चाहिए। भारत और दुबई में सोने की कीमतें रोज़ बदलती रहती हैं, लेकिन आप आज की कीमत से इसका एक अंदाज़ा लगा सकते हैं।
| देश | 18K (प्रति 10 ग्राम) | 22K (प्रति 10 ग्राम) | 24K (प्रति 10 ग्राम) |
| दुबई (gold rates in dubai today) | 2,710 AED(लगभग 64,332 रुपए) | 3,297.50 AED (लगभग 78,282 रुपए) | 3,542.50 AED (लगभग 84,096 रुपए) |
| भारत (gold rates in india today) | 66,190 रुपए | 80,900 रुपए | 88,240 रुपए |
दुबई में सोना सस्ता क्यों है? (Why Gold is Cheaper in Dubai)
भारतीय अक्सर दुबई से सोना खरीदने जाते हैं क्योंकि वहां सोने की कीमतें भारत की तुलना में कम होती हैं। इसके पीछे कई प्रमुख कारण हैं।
- 0% GST – दुबई में बुलियन और सोने के गहनों पर कोई GST (Goods and Services Tax) नहीं लगती, जबकि भारत में सोने पर 3% GST लगती है।
- कम मेकिंग चार्ज – दुबई के आभूषण विक्रेता मेकिंग चार्ज काफी कम रखते हैं, जिससे 24 कैरेट सोना भारत की तुलना में 5% से 7% तक सस्ता मिलता है।
- मुद्रा विनिमय दर और वैश्विक दरें – सोने की कीमतें UAE धिरम और भारतीय रुपये के विनिमय दर पर निर्भर करती हैं।
- थोक में खरीदारी का लाभ – क्योंकि दोनों जगहों की कीमतों में अंतर कम है, इसीलिए थोड़ी मात्रा में आपको ज़्यादा लाभ नहीं मिलेगा, लेकिन दुबई से बड़ी मात्रा में या थोक में सोना खरीदने पर काफी ज़्यादा बचत होती है।
दुबई में सोने के आभूषणों पर मेकिंग चार्ज कितना है ?
दुबई में 10 ग्राम सोने की कीमत (10gm gold price in dubai) अंतरराष्ट्रीय बाज़ार की दरों पर निर्भर करती है। यहां मेकिंग चार्ज, जो कि आभूषण बनाने की लागत है, उसकी डिज़ाइन, जटिलता, और विक्रेता पर निर्भर करता है। हालांकि, दुबई में मेकिंग चार्ज भारत की तुलना में काफी कम होते हैं, और ये अधिकतर विक्रेता पर निर्भर है।
यहां के कुछ विक्रेता 22 कैरेट और 24 कैरेट के आभूषणों पर कोई मेकिंग चार्ज नहीं लगाते। उदाहरण के लिए वहाँ के Anvar Luxury Jewellery और Al Fanan Jewellery 22K और 24K पर कोई मेकिंग चार्ज नहीं लेते। इनके 18K के गहनों पर भी मेकिंग चार्ज कम है। लेकिन वहीँ कुछ विक्रेता 15 से 25 प्रतिशत तक मेकिंग चार्ज लेते हैं, ख़ासतौर से 18K के सोने के गहनों को। 18K के गहनों में कारीगरी थोड़ी मुश्किल होती है इसीलिए इनमें सरल डिज़ाइनों पर कम चार्ज लगता है, जबकि जटिल या बारीक और कस्टम डिज़ाइनों पर ज़्यादा मेकिंग चार्ज होता है।

क्या आभूषण की जगह Gold Biscuit (सोने की बिस्किट) या Gold Coin (सिक्का) लेना फायदेमंद है?
यदि आपका उद्देश्य निवेश है, तो सोने की बिस्किट या सिक्का लेना काफी फायदे का सौदा हो सकता है। इसका कारण ये है कि इनमें मेकिंग चार्ज बिलकुल नहीं होता। साथ ही, बिस्किट और सिक्कों को बेचना या उन्हें गलाना आसान होता है। लेकिन अगर आप घर में या शादी में भेंट के लिए ले रहे हैं, तो दुबई से सोना आभूषण रूप में लाना बेहतर विकल्प है। लेकिन ये ध्यान रखें कि अगर आप पुरुष हैं तो 20 ग्राम और अगर स्त्री हैं तो 40 ग्राम से ज़्यादा सोना लेकर आने के लिए आपको इम्पोर्ट ड्यूटी देनी होगी।
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