ताइवानी कंपनी Winstron Apple के iPhones बनाने का काम करती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में कोविड के कारण स्थिति काफी खराब रही है और इस समय फिर चीन समेत कई देशों में कोरोना का संकट है, जिससे Apple के प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग पर भी असर पड़ रहा है। इस कारण से भी Apple अपने प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए भारत की तरफ रुख करने में दिलचस्पी ले रहा है और ऐसे में Tata अब काफी समय से ताइवानी Apple प्रोडक्ट्स मनुफैक्टर करने वाली कंपनी Winstron को टेक ओवर करने की कोशिश कर रही है। अंदेशा तो यही है कि ये डील जल्दी ही होगी और फिर Tata भारत में iPhones का निर्माण शुरू करेगी। Tata, Winstron की 2.2 मिलियन स्क्वायर फुट में फैली फैक्ट्री को भी खरीदने की कोशिश कर रही है, जो कि भारत में बैंगलोर से लगभग 50 किलोमीटर दूर है और इसमें लगभग 10,000 कर्मचारी काम करते हैं।
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कुछ सूत्र बताते हैं कि ये डील मार्च 2023 में पूरी हो सकती है, लेकिन इसमें Winstron पूरी तरह से मैन्युफैक्चरिंग को नहीं छोड़ेगा। इस डील में ये कंपनी Apple के सर्विस पार्टनर के तौर पर बानी रहेगी, लेकिन ज़्यादातर शेयर भारतीय कंपनी Tata के पास ही होंगे। इसके अलावा Apple के डिवाइस बनाने वाले दो और बड़े निर्माता Foxconn और Pegatron Corp भी भारत में अपने व्यापार को बढ़ाएंगे और भारत में तीनों कंपनियों द्वारा Apple के प्रोडक्ट्स का निर्माण शुरू होगा।
Foxconn Technology Group और Wistron, दोनों ही ताइवानी कंपनी हैं, जो ज़्यादातर iPhones की मैन्युफैक्चरिंग का काम संभालती हैं, लेकिन अब Tata के इस डील में सामने आने से चीन जहां सबसे ज़्यादा इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग का काम होता है, उसकी टक्कर में कोई और देश और कंपनी आ सकेंगे। इस डील का ड्यू डिलिजेंस प्रोसेस मार्च 2023 में ख़त्म होने के पूरे आसार हैं, जिसके बाद Tata Electronics औपचारिक रूप से Winstron की जगह ले सकेगी, जिसके बाद इसे सरकार से Make In India के सन्दर्भ में मिलने वाले इंसेंटिव भी मिलेंगे। Tata इस डील के पूरे होने के साथ साथ भारत में 100 Apple स्टोर खोलने की भी प्लानिंग कर रहा है।
Tata की ये डील पूरी होने के बेहद करीब है, और ये Apple के iPhones मैन्युफैक्चरिंग में काफी महत्वपूर्ण किरदार निभाएगी, साथ ही इससे भारत की भी इलेक्ट्रॉनिक्स की मैन्युफैक्चरिंग में भूमिका और महत्वपूर्ण होगी।