UPI पेमेंट काफी समय से किसी भी भुगतान करने या किसी भी प्रकार की लेन-देन करने का एक मुख्य माध्यम है, लेकिन कोरोना काल में नोटों का प्रयोग करने से बचने के लिए लगभग सभी लोगों ने UPI पेमेंट को अपना लिया और अब ये ट्रांसैक्शन का सबसे मुख्य माध्यम बन चुका है। अब जब लोग सब्ज़ी-दूध से लेकर किसी को बड़ी रकम भेजने तक PhonePe या Paytm जैसी एप्लीकेशनों द्वारा UPI इस्तेमाल करने लगे हैं, ऐसे में ये ख़बर आना कि UPI पेमेंट करने पर आपको फीस देनी होगी, वाकई में लोगों को परेशान करेगी ही। लेकिन क्या ये पूरा सच है ? आइये हम आपको बताते हैं।
UPI पेमेंट नहीं, PPI पेमेंट पर लगेगा शुल्क
दरअसल, NPCI ने 24 मार्च को एक सर्कुलर रिलीज़ किया है, जिसमें UPI पेमेंट द्वारा 2,000 रूपए से ऊपर की पेमेंट करने वाले को 1 अप्रैल, 2023 से 1.1% का शुल्क देना होगा। हालांकि ये खबर सच है, लेकिन आम ग्राहकों को इससे कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। दरअसल ये शुल्क UPI नहीं, बल्कि PPI पेमेंट पर लगेगा।
क्या है PPI ?
PPI यानि Prepaid Payment Instrument (हिंदी में – प्रीपेड भुगतान साधन)। दरअसल जब आप किसी पेमेंट ऐप के वॉलेट से QR कोड स्कैन करके, या नंबर द्वारा किसी के अकाउंट में पैसे भेजते हैं, तो यह PPI कहलाता है, जैसे PhonePe, Paytm या Amazon Pay के अपने वॉलेट हैं। वहीँ UPI से पैसा देना यानि किसी भी ऐप द्वारा एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसा ट्रांसफर होना, और ऐसा करने पर आपको कोई फीस या शुल्क नहीं देना होगा।
कौन देगा PPI पेमेंट पर शुल्क ?
NPCI यानि भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने जो सुझाव रखा है, उसके अनुसार प्रीपेड भुगतान साधनों (PPI) का उपयोग करके 2,000 रुपये से अधिक का ट्रांसैक्शन करने पर 1.1% का शुल्क लगेगा, लेकिन इस लेन-देन पर मर्चेंट को ये शुल्क देना होगा। यानि अगर आप किसी दुकानदार को PhonePe वॉलेट से 2,000 रूपए से ज़्यादा भेज रहे हैं, तो वो दुकानदार इस पर लगने वाले 1.1% शुल्क को देगा। इसमें अधिकतम शुल्क 1.1% होगा।
इस सर्कुलर में यह भी लिखा है कि PPI ट्रांसैक्शन पर ये शुल्क 0.5% से 1.1 % के बीच ही होगा। उदाहरण के लिए, उपयोगकर्ताओं को ईंधन (पेट्रोल, डीज़ल, इत्यादि) खरीदने के लिए 0.5 प्रतिशत, शिक्षा, फ़ोन नंबर रिचार्ज, खेती, इत्यादि को लेकर पेमेंट करने पर 0.7 प्रतिशत, सुपरमार्केट / मॉल में भुगतान करने पर 0.9 % और बीमा, रेलवे, म्यूचुअल फंड के लिए 1.1 प्रतिशत शुल्क देना होगा।

कौन से लोगों को नहीं देना होगा ये शुल्क ?
NPCI के इस सर्कुलर में उल्लेख है कि PPI से बैंक अकाउंट के ट्रांसैक्शन में भी पीयर-टू-पीयर और पीयर-टू-पीयर-मर्चेंट के बीच किसी भी तरह की ट्रांजैक्शन पर कोई फीस नहीं लगेगी। यानि आप किसी व्यक्ति विशेष को सीधे UPI ID डालकर या फिर QR Code स्कैन करके भुगतान करेंगे, तो ये बिल्कुल फ्री होगा।
आखिर क्यों लग सकता है ये पेमेंट करने पर शुल्क ?
व्यापारियों के विशेषज्ञों का कहना है कि ये इस प्रकार से भुगतान की सुविधा देने के लिए लाफ़ी लागत खर्च होती है। अभी तक बिना किसी लागत के ये सेवाएं दी जा रही हैं, लेकिन भुगतान प्रदाताओं को इस शुल्क की ज़रुरत और इंतज़ार दोनों हैं।
अधिक जानकारी के लिए आप Smartprix को Twitter, Facebook, Instagram, और Google News पर फॉलो कर सकते हैं। मोबाइल फोन, टेक, गाइड या अन्य खबरों के लिए आप Smartprix पर भी विज़िट कर सकते हैं।