जैसे जैसे हम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विकास कर रहे हैं, वैसे वैसे ऑनलाइन स्कैम और धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। उदाहरण के लिए अब आपको एटीएम से पैसे लाकर, फिर उससे कोई सामान खरीदने की ज़रूरत नहीं है, आप सीधे UPI का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन वहीँ ऑनलाइन ठगी करने वालों को इसके कारण आपको फ़ोन में आपके बैंक अकाउंट और पैसों की पूरी जानकारी मिल जाती है और आपके फ़ोन की स्टोरेज या सॉफ्टवेयर तक एक बार पहुँचकर ही उसका काम हो जाता है। स्मार्टफोनों के साथ जहां एक तरफ बेहद सुविधा मिलती है, वहीँ दूसरी तरफ आपकी व्यक्तिगत जानकारी और वित्तीय सुरक्षा पर खतरा बढ़ जाता है। फिशिंग लिंक हों या अंजान मैसेज—स्कैमर्स आसानी से आपके एंड्राइड फ़ोन की सिक्योरिटी को तोड़ लेते हैं। हालांकि इस तरह की धोखाधड़ी से निपटने और फ़ोन पर सुरक्षा को और मज़बूत करने के लिए Google भी कई बेहतरीन एंड्रॉइड फीचर्स देता है। लेकिन समस्या ये है कि हम में से कई लोग या तो इन फीचरों के बारे में जानते ही नहीं हैं, या कई बार बे-ध्यानी में इन्हें अनदेखा कर देते है, जिसके कारण किसी न किसी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाते हैं।
इस लेख में हम आपको इन्हीं एंड्रॉइड फीचरों के बारे में बताने वाले हैं, जो आपके फ़ोन में ही मौजूद हैं और जिनके उपयोग से आप इस तरह के खतरों से बच सकते हैं। साथ ही ये फ़ीचर आपके फ़ोन को और भी सुरक्षित बनाते हैं।
एंड्रॉइड फ़ीचर्स जिनके साथ अब ऑनलाइन स्कैम से बच सकते हैं
1. OTP Auto-Hide and Login protection
Android 15 के नए फीचर – OTP और लॉग – इन प्रोटेक्शन, के साथ Android का स्क्रीन रिकॉर्डिंग फ़ीचर अब पहले से बेहतर होगा। इस नए अपडेट के साथ स्क्रीन रिकॉर्डिंग के समय Android आपके OTP और जिस स्क्रीन पर आपके लॉग – इन डिटेल मांगे या क्रेडिट / डेबिट कार्ड नंबर मांगे जाते हैं, उन्हें छुपा देगा और वो इस स्क्रीन में रिकॉर्ड नहीं होंगे। हालाँकि फिलहाल ये फ़ीचर Android 15 बीटा का हिस्सा है, लेकिन इस साल के अंत तक ये ज़्यादातर Android फोनों पर उपलब्ध होगा। अच्छी बात ये है कि अगर आप कंटेंट क्रिएटर हैं या किसी अन्य कारण से फ़ोन की स्क्रीन रिकॉर्ड करके सोशल मीडिया या कहीं और पोस्ट करते हैं, तो उसमें ये जानकारी नहीं आएगी और अनजान लोगों तक आपकी निजी जानकारी या OTP जैसी चीज़ें नहीं पहुँचेंगी।
2. Single App Screen Recording
Android के सभी फोनों में आपको ऊपर से स्वाइप करने पर एक स्क्रीन रिकॉर्डिंग का फीचर मिलता है, अगर ये क्विक सेटिंग्स में नहीं है, तो आप Edit आइकॉन के साथ इसे यहां शामिल भी कर सकते हैं। इस स्क्रीन रिकॉर्डिंग विकल्प को सेलेक्ट करने पर आपको दो विकल्प मिलते हैं – Entire Screen, Single App। ये फ़ीचर पहले उपलब्ध नहीं था, लेकिन Android 14 के साथ इसमें Single App फ़ीचर आया है, जिससे आपको जिस ऐप की स्क्रीन रिकॉर्ड करनी है, केवल उसी की होगी और बाकी समय में स्क्रीन रिकॉर्डिंग बंद हो जाएगी और आपकी प्राइवेसी के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
3. AI Caller Scam Detection
हाल ही में हुए Google I/O में एंड्रॉइड फ़ीचर्स में AI Scam detection फ़ीचर को भी पेश किया गया था। इस फ़ीचर का इस्तेमाल Gemini Nano के साथ किया जा सकता है। कंपनी ने बताया है कि जैसे ही कॉल पर बात होती है, AI स्कैम डिटेक्शन कॉलर की जांच करता है और संदिग्ध लगने पर आपको बज़्ज़ (buzz ) करते हुए सावधान करता है कि ये कॉलर एक स्कैम हो सकता है। कंपनी के कहा है कि AI Scam Detection फ़ीचर अंजान नम्बरों से कॉल आने पर सक्रिय रहेगा और आपको सावधान करेगा। हालांकि ये फ़ीचर इस साल के अंत से रोलआउट होना शुरू होगा।
4. Android Safe Browsing
बढ़ते ऑनलाइन स्कैम के किस्सों को देखते हुए, Google ने Android Safe Browsing को भी एंड्रॉइड फ़ीचर्स में शामिल किया है, जिसका काम है, कोई भी लिंक यदि सही नहीं लगता है, तो उसको लेकर अलर्ट देना। ये फ़ीचर उस समय में आपके या आपके घरवालों के बहुत काम आएगा, जब हम मैसेज में आये किसी फिशिंग लिंक को सही समझकर उस पर क्लिक कर देते हैं। ऐसे में Android आपको चेतावनी देगा, कि ये लिंक या वेबपेज सही नहीं है। इसके लिए आप अपने फ़ोन की Security & privacy सेक्शन में जाएँ, फिर More Security & privacy विकल्प चुनें और अब इसमें Android Safe Browsing को चुनें।
हालांकि ये फ़ीचर Google Chrome पर आना ज़्यादा ज़रूरी है, क्यूंकि लोग अपने फोनों में अक्सर वही इस्तेमाल करते हैं।
5. Scanning for Deceptive apps
जिन लोगों को मैसेज में आये फिशिंग लिंक की बहुत अधिक जानकारी नहीं है, उनके लिए Scanning for deceptive apps एक काफी उपयोगी फ़ीचर है, जो आपके मेहनत से कमाए हुए पैसों को सेकेंड में गंवाने से बचा सकता है। ख़ासतौर से जिनके घर में ऐसे बड़े हैं, जिन्हें बहुत अधिक डिजिटल फ्रॉड या उसके बचावों का ज्ञान नहीं है। लोग कोई भी फ़ॉर्वर्डेड SMS देखते हैं अऊर उसमें मौजूद लिंक पर क्लिक करते हु खतरे में पड़ जाते हैं। मानते हैं कि Android एक ओपन – सोर्स सॉफ्टवेयर है, जहां आप अपनी ज़रूरत के अनुसार कोई भी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, लेकिन वहीँ इसी कारण ये इन फ्रॉड करने वालों के लिए भी फायदेमंद है। ऐसे में ये लोग आपको किसी भी गलत लिंक के साथ कोई आकर्षक मैसेज या ऑफर भेजकर आपको लिंक कर क्लिक करने के लिए मना सकते हैं। ऐसे में Google का Scanning for deceptive apps फ़ीचर बहुत काम आता है। इस फ़ीचर के साथ Google Play Store से कोई भी ऐप डाउनलोड करने पर, Google Play Protect द्वारा उसकी जांच की जाएगी और गलत लगने पर ये आपको सावधान भी करेगा। ये फ़ीचर भी आपको फ़ोन की Settings में More Settings जाकर मिलेगा।
6. Private Space
Android 15 के साथ Google एक नया फ़ीचर देने वाला है, फिलहाल ये बीटा वर्ज़न में मौजूद है। इस फ़ीचर का नाम Private Space है, जिसमें आप उन ऐप्स को सुरक्षित रख सकते हैं, जिन्हें आप पेमेंट के लिए या किसी निजी जानकारी या डॉक्यूमेंट को रखने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। ये फ़ीचर Android 15 अपडेट आने के बाद फ़ोन के Settings में Privacy and Security सेक्शन में मिलेगा। इसे आप लॉक के साथ सुरक्षित कर पाएंगे और बाद में फ़ोन में जहां सारी ऐप्स हैं, वहाँ सबसे नीचे आपको Private Space का सेक्शन नज़र आएगा, जिसमें आप अपने अनुसार ऐप्स को डालकर उन्हें सुरक्षित रख सकते हैं। अच्छी बात ये है कि जो ऐप्स आप इस स्पेस में रखेंगे, वो आपको नोटिफिकेशन नहीं भेज सकती, ऐसे में अगर आपको कोई मैसेज आएगा, तो आप जान सकते हैं कि ये फ्रॉड है।
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