DeepSeek का नया AI मॉडल DeepSeek R1 अभी तेजी से वायरल हो ही रहा था, कि एक और नए AI मॉडल Kimi k1.5 की खबरें तेजी से वायरल होने लगी है, खबरों के अनुसार जहां DeepSeek ने ChatGPT o1 मॉडल को पीछे छोड़ा था, वैसे ही इस AI ने भी Chat GPT के 4o मॉडल को पीछे छोड़ दिया है। आगे इसके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।
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Kimi k1.5 क्या है?
ये एक चीनी कंपनी Moonshot AI द्वारा लॉन्च किया गया AI मॉडल है, जिसने OpenAI-01 को भी पीछे कर दिया है। ये भी DeepSeek R1 की तरह ही काम करता है, अर्थात किसी भी प्रश्न को हल करने से पहले थोड़ा ज्यादा समय लेता है, लेकिन सटीक जवाब पेश करता है। ये मॉडल टैक्स्ट के अतिरिक्त फोटोज और वीडियो जैसे विजुअल इनपुट को भी समझता है। इसकी खास बात है, कि गणित और कोडिंग जैसे क्षेत्र में ये o1 से भी आगे निकल चुका है।
अन्य मॉडल्स से कैसे अलग है?
दरअसल, इसे आसान भाषा में AI मॉडल कहा जाता है, लेकिन ये उससे भी आगे है। इसे रीइन्फोर्समेंट लर्निंग (RL) और मल्टीमॉडल रीजनिंग केटेगरी में बनाया गया मल्टी-मॉडल लार्ज लैंगुएज मॉडल है, और ये विजुअल, टेक्स्ट, और कोडिंग के आधार पर किसी भी जटिल प्रश्न को आसानी से हल करने की क्षमता रखता है।
इसके तेजी से पॉपुलर होने का कारण इसकी परफॉरमेंस है, इस मामले में इसने GPT-4o और Claude Sonnet 3.5 को भी पीछे छोड़ दिया है। इस मॉडल की एक और खास बात ये है, कि ये चीजों को खुद से सीखने समझने की क्षमता रखता है, जबकि कुछ ट्रेडिशनल AI मॉडल स्थित डेटासेट पर ही निर्भर रहते हैं।
कैसे काम करता है?
जैसा कि हमनें बताया ये RL तकनीक का उपयोग करता है, जिससे सटीक जवाब देने की इसकी क्षमता काफी हद तक बढ़ जाती है। ये खुद से चीजों को समझ के उनके आधार पर अपने आप को बेहतर बनाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार ये 128k टोकन तक के लम्बे कॉन्टेक्स्ट विंडो को हैंडल कर सकता है। इसे इस तरह से बनाया गया है, कि ये विजुअल इनपुट के आधार पर प्रश्नों को हल कर पाए।
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