मोबाइल फ़ोन ब्लास्ट के किस्से नए नहीं, इस बार इस ब्लास्ट से एक 8 महीने की बच्ची की जान चली गयीै। लेकिन इन ब्लास्टों का कारण कई बार हमारी अपनी गलतियाँ भी होती हैं।  

बैटरी फूलने पर फ़ोन का रियर पैनल या डिस्प्ले हल्का सा उठ जाता है। ये फूली हुई बैटरी खतरनाक हो सकती है। ऐसे में तुरंत इसे सर्विस सेंटर पर दिखाएं या नए फ़ोन के साथ बदल लें।

स्मार्टफोन को रात भर चार्जिंग पर लगाने या थोड़ा सा डिस्चार्ज होते ही, बार-बार चार्जिंग पर लगाने से बैटरी पर बुरा असर पड़ता है। इसे रात को सिरहाने के पास बिलकुल न रखें। 

कोनों या फ्रेम से टूटे हुए फ़ोन का इस्तेमाल करना भी खतरनाक होता है। ऐसे में फ़ोन के अंदर के पार्ट्स में पानी जाने के आसार होते हैं, जिससे अंदर के पार्ट्स में शार्ट सर्किट हो सकता है।

अपने स्मार्टफोनों को फ़ोन के साथ आने वाले ओरिजिनल चार्जर से ही चार्ज करें। बाज़ार में उपलब्ध 100-200 रूपए के लोकल चार्जरों से भी फ़ोन की बैटरी की सेहत खराब होती है।

स्मार्टफोन बैटरी जल्दी जा रही है, चार्ज नहीं हो रही है या अन्य कोई खराबी है, तो इसे ब्रैंड के सर्विस सेंटर पर जाकर ही ओरिजिनल बैटरी से बदलवाएं। लोकल रिपेयर सेंटर से बैटरी नहीं बदलवानी चाहिए।

स्मार्टफोन बैटरी एक सीमित टेम्परेचर में काम करने के अनुसार बनायी जाती है। लगातार फ़ोन को बहुत ज़्यादा या कम तापमान में इस्तेमाल करने से भी इसके बैटरी परफॉरमेंस पर असर पड़ता है।