कभी आप कही घुमने गये हुए हो और आपको पता चले की आप अपना फोन किसी बस या ट्रेन में छोड़ आये या मार्किट में शूपिंग करते हुए आपका मोबाइल फोन चोरी हो जाये तो कुछ देर के लिए ऐसा लगता है की आपके आपकी आइडेंटिटी की किसी ने चुरा ली। आज के डिजिटल माहौल में स्मार्टफोन सिर्फ एक कम्युनिकेशन डिवाइस ना होकर आपके लिए काफी कुछ एक्स्ट्रा फीचर भी देती है।
ऐसी किसी परेशानी में आपको ये जरुर लगता है की ख़ास कोई ऐसा सिस्टम हो जिस से आप खुद अपने स्मार्टफोन को ट्रैक कर सके या ब्लाक कर सके ताकि कोई आपके डाटा का गलत इस्तेमाल ना कर पायें। तो आपके लिए एक अच्छी खबर है की भारतीय सरकार ने Central Equipment Identity Register (CEIR) को पेश किया है जिसके जरिये आप खुद काफी आसानी से डिवाइस का पता लगा सकते है।
इस नयी सर्विस की खासियत यही है की फोन में सिम लगा हो या न लगा हो यह आपके फोन को ट्रैक और ब्लाक कर सकता है क्योकि यह IMEI नंबर के जरिये फोन को ट्रैक करता है। यह रजिस्टर Center for Development of Telematics (CDOT) द्वारा मैनेज किया जायेगा जो टेलिकॉम ऑपरेटर के साथ खोये फोन पर काम करती है।
CEIR क्या है?
यह फ़ोन ट्रैकिंग प्रोजेक्ट पर 2017 से ही काम चल रहा था। इस प्रोजेक्ट का मुख्य लक्ष्य स्मार्टफोन की चोरी और डाटा का गलत इस्तेमाल होने से रोकना ही है। GOI ने इसके लिए 15 करोड़ रुपए भी खर्च किये है।
सिर्फ पीड़ित ही नहीं यह सर्विस पुलिस की भी डिवाइस को जल्द से ढूंढने में मदद करेगी।
CEIR सभी मोबाइल ऑपरेटरों के लिए एक IMEI डाटाबेस की एक सेंट्रल यूनिट की तरह का करेगी। जो लोग नहीं जानते है उनको हम बता दे की IMEI एक इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी नंबर होता है जो हर डिवाइस के लिए अलग होता है। तो जब यह हर डिवाइस के लिए अलग होता है तो आप आसानी से डिवाइस को ट्रैक कर सकते है। आप अपनी डिवाइस पर *#06# डायल करके IMEI नंबर पता लगा सकते है।
अभी के लिए यह सर्विस महाराष्ट्र और दिल्ली में उपलब्ध है। जल्द ही यह पुरे देश में भी लागू की जा सकती है।
CEIR को इस्तेमाल करने की प्रक्रिया
आप अपनी डिवाइस को नीचे बताई प्रोसेस के जरिये ब्लाक कर सकते है:
वेबसाइट पर एक फॉर्म सबमिट करके।
सबसे पहले पुलिस स्टेशन में जाकर रिपोर्ट लिखवायें और उसकी एक कॉपी अपने पास रखे।
अब अपने टेलिकॉम ऑपरेटर से डुप्लीकेट सिम खरीदे। सिम की जरूरत इसलिए होगी की जब आप डिवाइस को ब्लाक करेंगे तो इसपर एक OTP आयेग।
इसके बाद रजिस्ट्रेशन फॉर्म को भरकर सबमिट करके आप अपने IMEI नंबर की सहायता से डिवाइस को ब्लाक कर सकते है। इसके बाद इसमें डॉक्यूमेंट को भी सबमिट करना होगा जैसे पुलिस रिपोर्ट की कॉपी, आइडेंटिटी प्रूफ।इसके अलावा आप अपनी डिवाइस के बिल को भी सबमिट कर सकते है।
रिक्वेस्ट सबमिट करने के बाद आपको एक ID नंबर दिया जायेगा। इस नंबर की वजह से आप अपनी डिवाइस को निकट भविष्य में वापस मिलने पर अनब्लॉक कर सकते है या अपनी रिक्वेस्ट के स्टेटस को ट्रैक कर सकते है।
इसके अलावा आप अपने कस्टमर आउटलेट पर या पुलिस स्टेशन के जरिये भी ये प्रोसेस पूरी कर सकते है।
अगर इस प्रोसेस को सीधे शब्दों में समझे तो जब भी स्मार्टफोन चोरी होने या खोने की कोई भी रिपोर्ट दर्ज की जाएगी तो आप नेटवर्क ऑपरेटर सेंट्रल डेटाबेस के साथ IMEI नंबर को शेयर करके इसको ब्लैक-लिस्ट करवा देगा। इसके साथ ही अब आपकी डिवाइस में कोई और ऑपरेटर का सिम भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
हम उम्मीद करते है की इस नए कदम के साथ टेलिकॉम डिपार्टमेंट का लक्ष्य भी पूरी तरह सफल हो। तो आप अपनी डिवाइस के IMEI नंबर को कही भी नोट कर ले ताकि अगर कभी आपको इस सर्विस का इस्तेमाल करना पड़े तो आप आसानी से अपनी डिवाइस को खोज पाएँ।
Sir ye batao jab block ho jyega to fir milega kaise phone